आखिर चुनाव में क्या बता गया नोटा
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सोलहवीं लोकसभा चुनावों में पहली बार प्रयोग किये गए चुनाव विकल्प ‘नन ऑफ द अबव’ (नोटा) के प्रयोग दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और उसके मतदाताओं के लिए एक ऐसा अध्याय था जिसके दूरगामी परिण्ााम देखने को मिलेंगे । चुनाव में नोटा का प्रयोग चैंकाने वाले हैं। देश भर में करीब 60 लाख मतदाताओं ने इसका उपयोग किया। इतने बड़े मतदाता वर्ग की नाखुशी को राजनैतिक दलों द्वारा समझा जाना वक्त की बड़ी जरूरत माना जा सकता है। 543 संसदीय सीटों पर कुल हुए मतदान का 1.1 प्रतिशत नोटा के हिस्से में आया है। नोटा का प्रयोग सबसे अधिक पांडिचेरी में हुआ जहां पर 22 हजार दो सौ 68 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया।