तंत्र-मंत्र और यंत्र की अवधारना सभी धर्मों में है। हर धर्म को मामने वाले लोग दैहिक, दैविक और भौतिक ताप से मुक्ति और उसके शुभाशुभ फलाफल के लिए इसका उपयोग करते हैं। अंतर केवल उसके कार्यरुप का है।
हमारे वेदों (अथर्ववेद)में खासकर विभिन्न रोगों के उपचार के लिए ऐसे-ऐसे मंत्र दिए गए हैं जो अचूक हैं।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने चाहे जितनी प्रगति कर ली हो, पर बीमारियों पर नियंत्रण का उसका सपना आज तक अधूरा है। आज जिन बीमारियों को लाइलाज माना जा रहा है, उनका मंत्रों के द्वारा स्थाई निवारण संभव है।
जाने ऐसे ही कुछ दुर्लभ और गुप्त मंत्र-
मधुमेह रोग: मधुमेह यानि कि शुगर की बीमारी से छुटकारा पाने के लिये नौ दिन तक रुद्राक्ष की माला से आगे दिये गए निम्र मंत्र का 5 माला जप करें।
मंत्र - क्क ह्रौ जूं स:
कैंसर रोग: कैंसर के रोगी इंसान को नीचे दिये गए सूर्य गायत्री मंत्र का प्रतिदिन कम से कम पांच माला और अधिक से अधिक आठ माला जप, नियम पूर्वक एवं पूरी श्रृद्धा और विश्वास के साथ करना चाहिये। इसके अतिरिक्त दूध में तुलसी की पत्ती का रस मिलाकर पीना चाहिए। सूर्य-गायत्री का का जप एक अभेद्य कवच का काम करता है-
सूर्य गायत्री मंत्र - भास्कराय विद्यहे, दिवाकर धीमहि , तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।
हमारे वेदों (अथर्ववेद)में खासकर विभिन्न रोगों के उपचार के लिए ऐसे-ऐसे मंत्र दिए गए हैं जो अचूक हैं।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने चाहे जितनी प्रगति कर ली हो, पर बीमारियों पर नियंत्रण का उसका सपना आज तक अधूरा है। आज जिन बीमारियों को लाइलाज माना जा रहा है, उनका मंत्रों के द्वारा स्थाई निवारण संभव है।
जाने ऐसे ही कुछ दुर्लभ और गुप्त मंत्र-
मधुमेह रोग: मधुमेह यानि कि शुगर की बीमारी से छुटकारा पाने के लिये नौ दिन तक रुद्राक्ष की माला से आगे दिये गए निम्र मंत्र का 5 माला जप करें।
मंत्र - क्क ह्रौ जूं स:
सूर्य गायत्री मंत्र - भास्कराय विद्यहे, दिवाकर धीमहि , तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।
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